आरबीआई सरकार को 99,122 करोड़ रुपये लाभांश के रूप में हस्तांतरित करेगा। ये रक़म खुद सरकार की उम्मीद से ज़्यादा है क्यूंकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को इसके आधे की उम्मीद थी।
ये तो एक बड़ी रक़म का मामला है और कुछ अख़बारों के ज़रिए ये खबर सामने भी आ गई है। क्या हम में से कोई उस रक़म का अंदाजा लगा सकता है जो इस महामारी के कारण सर्कुलेशन में है और जिसके ज़रिये भारतीय और एनआरआई किसी न किसी तरह मदद करने में जुटे हैं।
इस बार 2020 की तुलना में महामारी का प्रकोप ज़्यादा है जबकि पिछले साल की जाने वाली मदद 2021 के मुक़ाबले बहुत ज़्यादा रही। कोविड महामारी ऐसा मुद्दा था जहां लोग तमाम मतभेद भूलकर एक प्लेटफार्म पर आये और दिल खोल कर मदद भी की। इस मदद में खाना, दवा, ऑक्सीजन से लेकर मानसिक और शारीरिक श्रम भी जुड़ा है। करने वालों ने जीतोड़ मेहनत की है। इन हालात में जूझते हुए जब दवा, ऑक्सीजन और बेड जैसी सहूलियतें दिला पाना नामुमकिन रहा है।
आर्थिक मदद की बात की जाए तो इस बार मदद का जज़्बा 2020 के मुकाबले कम ज़रूर है मगर आय या गर्त में डूबी जीडीपी की तुलना में इसे कहीं ज़्यादा माना जायेगा। हम में से हर शख्स एक बार अपने फ़ोन में मौजूद एक्टिविटी पर निगाह डालें तो पाते हैं कि ज़्यादातर लोग किसी न किसी ऐसे ग्रुप से जुड़े हैं जो महामारी के दौरान मदद के लिए कहीं न कहीं तत्पर है। इन ग्रुप की व्हाट्सएप्प, फेसबुक और ट्विटर पर पर भरमार है। इसके अलावा कई नामचीन लोग जिनकी भारी भरकम फैन फॉलोइंग है वह भी अपने ज़रिये लोगों को सुविधा मुहैया कराते नज़र आये।
अब एक बार मानसिक और शारीरिक श्रम को दरकिनार करते है और आते हैं आर्थिक मदद पर, तो खुद मेरा ताल्लुक़ कुछ ऐसे ग्रुप से रहा है जहाँ पर लोगों ने बड़े पैमाने पर मदद की है। ये वो मदद है जिसका न तो कोई रिकॉर्ड है और न ही रिवॉर्ड। जबकि मदद के विभिन्न आयामों के साथ अगर इन आर्थिक, मानसिक और शारीरिक सुविधाओं का कोई बार चार्ट बनाया जाये तो मुमकिन है कि इस बार की ऊँचाई उस ग्राफ पेज के बाहर चली जाए।
इसे इस सरकार की खुशकिस्मती ही कहेंगे जिसके लिए इसके चाहने वालों के साथ इसके मुखालिफ भी एड़ी चोटी का ज़ोर लगाकर मदद करने में जुटे हैं, ये जानते हुए कि कल को अगर उनपर पड़ती है तो उन्हें गौ मूत्र भी नहीं मिलेगा।
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Business Standard
22 may 2021
https://www.business-standard.com/article/economy-policy/rbi-to-transfer-rs-99-122-cr-as-dividend-to-govt-changes-accounting-year-121052100624_1.html#:~:text=The%20transfer%20was%20approved%20on,in%20a%20statement%20on%20Friday.
उम्दा अध्ययन और बेहतर प्रस्तुति
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